लखनऊ, १२ अगस्त । विश्वकर्मा समाज को विभिन्न माध्यमो से सत्ता मे भागीदारी दिलाने का काम कर रहा है विश्वकर्मा एकीकरण अभियान । जे एन विश्वकर्मा ।
विश्वकर्मा एकीकरण अभियान वर्ष २००२ से समाज को विभिन्न माध्यमो से सत्ता मे भागीदारी दिलाने के लिए काम कर रहा है । हमारा लक्ष्य सदियो से शोषित पीड़ित और उपेक्षित विश्वकर्मा समाज को उसकी संख्या बल के अनुरूप सत्ता मे भागीदारी दिलाने का है। सत्ता मे भागीदारी का मतलब केवल सांसद और विधायक बनना ही नही अपितु डाक्टर, इंजीनियर, वकील, पत्रकार, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी बन कर भी समाज को बदलने का काम किया जा सकता है । क्योंकि समाज निर्माण के लिए सभी के सहयोग की जरूरत होती है । विश्वकर्मा एकीकरण अभियान समाज को सर्व समाज मे बराबरी का दर्जा दिला कर गौरवशाली अतीत का स्मरण कराते हुए परमवैभव के शिखर तक ले जाने के लिए कृत संकल्प है । जिसके लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र मे अभियान के २५० स्वयंसेवक तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमे अभियान से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति की सहभागिता हो सके। अभियान के प्रदेश प्रभारी नरेश पांचाल ने कहा कि पिछले १७ वर्ष से चलने वाले इस अभियान को अबतक आपेक्षित सफलता नही मिल सकी है। लेकिन लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अब हम सबको कृत संकल्प लेना चाहिए बिना संकल्प के हम किसी मुकाम पर नही पहुंच सकते ।इसलिए अब सभी स्वयंसेवको से अपेक्षा है कि वह इस अभियान के लिए तन मन से जुड़े ।इस अवसर पर केंद्रीय संचालक रामनरेश शर्मा, रामसुमिरन शर्मा, प्रांतीय संचालक राम मनोहर वर्मा आशीष शर्मा, गोपाल जी शर्मा, महेश योगी, रमाशंकर शर्मा, डा मंजू विश्वकर्मा, मेजर जे पी शर्मा, इं राकेश शर्मा, बेचू विश्वकर्मा, भुआल विश्वकर्मा, डा राजेश विश्वकर्मा,अशोक शर्मा, अजय सोनी,महेंद्र विश्वकर्मा, काशी प्रसाद, विजय कुमार, प्रेम नारायण, गौरव धीमान, विनोद विश्वकर्मा, मनोज साहा,मोहन लाल, मीना विश्वकर्मा, फूल चंद्र विश्वकर्मा, कमलेश प्रताप विश्वकर्मा, अरविंद विश्वकर्मा, पवन शर्मा,गौरीशंकर विश्वकर्मा, शिव वली विश्वकर्मा, त्रिभुवन शर्मा, सुरेश चंद्र विश्वकर्मा, राम कैलाश शर्मा, राम भजन शर्मा, चंद्र भान विश्वकर्मा, संतोष कुमार शर्मा, फूल चंद्र विश्वकर्मा, ब्रज कुमार शर्मा सहित अन्य विश्वकर्मा बंधु उपस्थित हुए।
विश्वकर्मा एकीकरण अभियान वर्ष २००२ से समाज को विभिन्न माध्यमो से सत्ता मे भागीदारी दिलाने के लिए काम कर रहा है । हमारा लक्ष्य सदियो से शोषित पीड़ित और उपेक्षित विश्वकर्मा समाज को उसकी संख्या बल के अनुरूप सत्ता मे भागीदारी दिलाने का है। सत्ता मे भागीदारी का मतलब केवल सांसद और विधायक बनना ही नही अपितु डाक्टर, इंजीनियर, वकील, पत्रकार, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी बन कर भी समाज को बदलने का काम किया जा सकता है । क्योंकि समाज निर्माण के लिए सभी के सहयोग की जरूरत होती है । विश्वकर्मा एकीकरण अभियान समाज को सर्व समाज मे बराबरी का दर्जा दिला कर गौरवशाली अतीत का स्मरण कराते हुए परमवैभव के शिखर तक ले जाने के लिए कृत संकल्प है । जिसके लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र मे अभियान के २५० स्वयंसेवक तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमे अभियान से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति की सहभागिता हो सके। अभियान के प्रदेश प्रभारी नरेश पांचाल ने कहा कि पिछले १७ वर्ष से चलने वाले इस अभियान को अबतक आपेक्षित सफलता नही मिल सकी है। लेकिन लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अब हम सबको कृत संकल्प लेना चाहिए बिना संकल्प के हम किसी मुकाम पर नही पहुंच सकते ।इसलिए अब सभी स्वयंसेवको से अपेक्षा है कि वह इस अभियान के लिए तन मन से जुड़े ।इस अवसर पर केंद्रीय संचालक रामनरेश शर्मा, रामसुमिरन शर्मा, प्रांतीय संचालक राम मनोहर वर्मा आशीष शर्मा, गोपाल जी शर्मा, महेश योगी, रमाशंकर शर्मा, डा मंजू विश्वकर्मा, मेजर जे पी शर्मा, इं राकेश शर्मा, बेचू विश्वकर्मा, भुआल विश्वकर्मा, डा राजेश विश्वकर्मा,अशोक शर्मा, अजय सोनी,महेंद्र विश्वकर्मा, काशी प्रसाद, विजय कुमार, प्रेम नारायण, गौरव धीमान, विनोद विश्वकर्मा, मनोज साहा,मोहन लाल, मीना विश्वकर्मा, फूल चंद्र विश्वकर्मा, कमलेश प्रताप विश्वकर्मा, अरविंद विश्वकर्मा, पवन शर्मा,गौरीशंकर विश्वकर्मा, शिव वली विश्वकर्मा, त्रिभुवन शर्मा, सुरेश चंद्र विश्वकर्मा, राम कैलाश शर्मा, राम भजन शर्मा, चंद्र भान विश्वकर्मा, संतोष कुमार शर्मा, फूल चंद्र विश्वकर्मा, ब्रज कुमार शर्मा सहित अन्य विश्वकर्मा बंधु उपस्थित हुए।