शाहजहाँपुर,
1 अक्टूबर । विश्वकर्मा एकीकरण अभियान वह आन्दोलन है जो सत्तर वर्षों से राजनीतिक
उपेक्षा का शिकार विश्वकर्मा समाज को सत्ता में भागेदारी दिलाने के लिए प्रतिबद्ध
है। “विश्वकर्मा एकीकरण अभियान” त्रै
मासिक पत्रिका इस आन्दोलन को आगे बढाने में एक पतवार के रूप में कार्य करेगी।

लखीमपुर जनपद के श्रम प्रवर्तन अधिकारी
विद्या प्रकाश शर्मा ने समाज में साहित्य की उपयोगिता को रेखांकित करते हुये कहा
कि साहित्य हि किसी समाज का दर्पण होता है। इसलिए निरंतर साहित्य का सृजन होते रहना ही हमारे लिए प्रेरणादायी
है।
राजकीय महाविद्यालय कांट में सहायक
प्रोफेसर डा. सुधीर कुमार शर्मा ने कहा कि हमारी पहचान हमारा साहित्य है। साहित्य
को आम जन तक पहुचाने में पत्र पत्रिकाओं का बहुत महत्व है। अध्यापक रोशन लाल शर्मा
ने समाज में शिक्षा की उपयोगिता और उसका महत्व बताया। अध्यापक हिमांचल शर्मा ने कहा
कि अपने नौनिहालों को अच्छी शिक्षा दिलाकर ही हम विश्वकर्मा समाज को उसका हक दिला
सकते है।
सम्पादक नरेश पाँचाल ने कहा कि
वर्तमान युग में संचार माध्यम ही हमारी प्रगति का मुख्य आधार है। “विश्वकर्मा एकीकरण अभियान” पत्रिका समाज में
जागरूकता पैदा करने में सहायक सिद्ध होगी ऐसा मुझे विश्वास है।
विमोचन समारोह में रामनिवास
शर्मा, डा. महेश योगी, ओम प्रकाश शर्मा, ओम प्रकाश मैथिल, रामखिलावन शर्मा, रामू
शर्मा आदि ने भी विचार व्यक्त किये। अध्यक्षता मा. राजेश शर्मा ने की संचालन नरेश
पाँचाल ने व आभार प्रदर्शन रमेश चन्द्र शर्मा एडवोकेट ने किया। आयोजन में संदीप
शर्मा, पवन शर्मा, अनुज शर्मा, अभय शर्मा व अनूप पाँचाल आदि का महत्वपूर्ण योगदान
रहा।
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